कानपुर । भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता एवं समाजसेवी अजीत सक्सेना को उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद का मुख्य सलाहकार चेयरमैन राजू श्रीवास्तव ने मनोनीत किया । अजीत सक्सेना की पहचान एक समाजसेवी के रूप में जानी जाती है । गरीब विकलांगों एवं दृष्टिहीन लोगों को कई सालों से निशुल्क भोजन की व्यवस्था करते हैं । हाल ही में हनुमान मंदिर पनकी में हनुमान रसोई का निर्माण कराया।अजीत सक्सेना को कानपुर से मनोनीत होने पर भाजपाइयों ने खुशी जाहिर करते हुए राजू श्रीवास्तव को धन्यवाद किया । हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव कानपुर से मुंबई जरूर चले गए हैं लेकिन आज भी कानपुर के लोग उनके दिल में बसते हैं । अजीत सक्सेना ने बताया कि राजू श्रीवास्तव जी ने मुझे इस लायक समझा इसके लिए उनको बहुत बहुत धन्यवाद । जो मुझे जिम्मेदारी मिली है उसको पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ निर्वहन करुंगा और बताया कि राजू श्रीवास्तव की वार्ता मुख्यमंत्री से लखनऊ और कानपुर के बीच फिल्म सिटी बनाने को लेकर हुई थी जिसमें मुख्यमंत्री उनके प्रस्ताव से पूर्ण रूप से सहमत हैं। फिल्म सिटी बनने से बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे कानपुर लखनऊ समेत प्रदेश के कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा ।
समाजवादी युवा सिख मोर्चा ने फूका चीन का झंडा
कानपुर । समाजवादी युवा सिख मोर्चा द्वारा आज संगीत टाकीज चौराहे पर चीनी राष्ट्रपति व चीन का झंडा फूंका साथ ही सभी से मांग की गई कि चीन के सामान का भी हमको मिलकर बहिष्कार करना है ताकि उसकी आर्थिक कमर भी टूट सके चीन द्वारा लगातार बॉर्डर पर खूनी संघर्ष जारी है जिसमें हमारे 20 से ज्यादा जांबाज शहीद हो चुके हैं अब यह वक्त आ गया है कि देश के प्रधानमंत्री को एक कड़ा फैसला लेते हुए चीन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए चीनी कंपनियों को दिए गए डेके के तुरंत निरस्त किए जाने चाहिए साथ ही चीन से जो वस्तु आयात होती है उस पर और अधिक टैक्स लगाना चाहिए साथ ही पूरा भारत वर्ष उन शहीदों को नमन करता है जिन्होंने अपने देश के बॉर्डर की सुरक्षा की खातिर अपनी जान निछावर कर दी इससे मुख्य रूप से कंवलजीत सिंह मानू गौरव नारंग मुकेश कुमार लक्ष्मण दास हरजीत सिंह मनीष जैन अमरजीत सिंह ठाकुर वीर सिंह उपस्थित रहे ।
चीन के उत्पादकों का भारत सरकार करे बहिष्कार:अजय यादव (अज्जू)
दिव्यांगजन अधिनियम 2016 के प्रचार प्रसार के लिये कार्यालयो मे बोर्ड लगाने की मांग
● चार वर्षो में एक भी रिपोर्ट दिव्यांगजन अधिनियम के नहीं हुयी दर्ज
कानपुर । राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के तत्वावधान में दिव्यांगजन अधिनियम 2016 का अनुपालन कराने,डी एम कार्यालय, एस0एस0पी कार्यालय,तहसील,विकास भवन,विकास खण्ड, सी ओ कार्यालय, सभी पुलिस थानो व सरकारी संस्थानो में दिव्यांगजन अधिनियम 2016 की जानकारी के लिए बोर्ड लगाने,गरीब व विकलांग व्यक्तियों को राशन की कीट उपलब्ध कराने,की मांग की गयी ।
जिला महासचिव राहुल कुमार ने बताया की विकलांग उत्पीडन के मामलों मे पुलिस थानो के अधिकारी दिव्यांगजन अधिनियम के अन्तर्गत रिपोर्ट नही दर्ज करते है । इसमें उत्पीडन करने वालो के खिलाफ सजा व जुर्माना दोनो का प्रावधान है ।
उन्होंने बताया की पिछले चार वर्षो में उत्तर प्रदेश में एक भी एफ आई आर दिव्यांगजन अधिनियम के तहत नही हुई है । ज्ञापन के दौरान राष्ट्रीय महासचिव वीरेन्द्र कुमार,जिला महासचिव राहुल कुमार के अलावा अल्पना कुमारी,अरविन्द सिंह,अशोक कुमार,जौहर अली,पवन राने,प्रमोद मिश्रा, बंगाली शर्मा,दिनेश गुप्ता,दिलीप कुमार आदि शामिल थे ।
धरना देने से सरकार पर नहीं पड़ा फर्क तो विधायक ने लिखा खून से पत्र
कानपुर । आर्य नगर विधायक अमिताभ बाजपेई द्वारा जन समस्याओं को लेकर धरने पर बैठने से ना तो प्रदेश सरकार पर कोई असर पड़ा और ना ही जिला प्रशासन ने जन समस्याओं के निराकरण को संज्ञान में लिया, जिससे क्षुब्ध होकर विधायक ने अपने खून से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सरकार को नींद से जगाने की कोशिश की ।
विदित हो कि पिछले 3 दिनों से आर्य नगर विधायक अमिताभ बाजपेई हालसी रोड पानी की टंकी के पास क्षेत्र में पेयजल समस्या को लेकर धरने पर बैठे हैं,धरना दिए जाने के 3 दिन गुजर जाने के बाद भी जिला प्रशासन और ना ही प्रदेश सरकार ने धरने को संज्ञान में लिया । जिससे छुब्ध होकर विधायक ने मुख्यमंत्री के नाम अपने खून से पत्र लिखा जिसमें उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को हठ योगी की संज्ञा दी और कहा प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हठ पकड़ ली है कि वह जन समस्याओं पर कोई भी ध्यान नहीं देंगे,इसी कारण धरने को आज 3 दिन गुजर जाने के पश्चात भी कोई अधिकारी समस्या सुनने नहीं आया,अगर ऐसा ही रहा तो हम और हमारे साथी यही भूख हड़ताल शुरू कर देंगे । उन्होंने आगे कहा हमारे क्षेत्र में पानी की बहुत समस्या है जिसके बारे में नगर प्रशासन को कई बार अवगत कराया जा चुका था लेकिन किसी ने भी उस ओर कोई ध्यान नही दिया । उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा यह सरकार जन समस्याओं के समाधान से ज्यादा नफरत फैला कर सत्ता हासिल करना चाहती है ।
तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत ने एस0एस0पी कार्यालय को सौंपा ज्ञापन
कानपुर । शहंशाहे हिन्दुस्तान अताए रसूल हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रजि अल्लाहु अन्हु की शान मे न्यूज़ 18 इण्डिया के ऐंकर अमीष देवगन द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ना काबिले बर्दाश्त है । हुकूमत व जिला प्रशासन को चाहिए कि इसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई की जाए इसी माँग को लेकर आज तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री की क़यादत मे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुँचकर प्रतिनिधि सीओ कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा ज्ञापन के माध्यम से यह माँग की गई कि हिन्दुस्तान के सूफी संत हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ की शान मे अमीष देवगन ने आक्रान्ता (हमला करने वाला चिश्ती) व लुटेरा चिश्ती की भाषा का प्रयोग करके न सिर्फ मुल्क के मुसलमानो बल्कि विश्व के करोंड़ो मुसलमानो की भावनाए आहत की हैं । जिससे मुसलमानो मे काफी आक्रोश व्याप्त है मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन ख्वाजा गरीब नवाज़ की शान मे की गई तौहीन नही बर्दाश्त करेगा ख्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह (अजमेर शरीफ) मे हर धर्म के लोग रोज़ाना लाखो की तादाद मे हाजिरी देते हैं ऐसे मे इस तरह की तौहीन करना निंदनीय है ऐसे ऐंकर अमीष देवगन व सी ई ओ राहुल जोशी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करने का आदेश करें ताकि दोबारा कोई ऐसी हरकत न कर पाए । प्रतिनिधिमंडल मे हाफिज़ सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफरी के अलावा क़ारी मोहम्मद आदिल अजहरी,हाफिज़ मोहम्मद इरफान,हयात ज़फर हाशमी,ज़मीर खान,सैयद शाबान,आकिब बरकाती,शाहनवाज़ अन्सारी,यूसुफ मन्सूरी आदि लोग मौजूद थे ।
जौहर एसोसिएशन ने चीन के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया
कानपुर । आज एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी की अगुवाई में परेड स्थित शिक्षक पार्क में चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग व प्रधानमंत्री ली क्विंग का पुतला फूंक चीन सेना द्वारा कल भारत के सैनिकों पर किये गये हमले में शहीद कर्नल संतोष बाबू व 20 सेना के जवानों की शहादत पर रोष व्यक्त किया गया।
पुतला दहन के दौरान जौहर एसोसिएशन के पदाधिकारी चीन सरकार मुर्दाबाद, चीन के सैनिक मुर्दाबाद, कायर चीन मुर्दाबाद, गीदड़ भपकी बन्द करो,पीठ पर हमला बन्द करो चीन का बहिष्कार करो, भारतीय सेना जिन्दाबाद, शहीद सैनिक जिन्दाबाद आदि नारों के साथ चीन के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के पुतले को आग के हवाले कर दिया और भारत सरकार से चीन पर हमला करने की मांग की।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी ने कहा कि चीन हमेशा अपनी गीदड़ भपकियों से न केवल भारत को अपमानित करने का कार्य करता है बल्कि भारत का आर्थिक व जानी नुकसान भी समय-समय पर करता है।
चीन ने सम्पूर्ण विश्व को डराने और अपने कब्जे में रखने का षडयंत्र रच रहा है ।
परन्तु कल चीन द्वारा भारत की सीमा पर किया गया हमला बर्दाश्त योग्य नही है जिसमे भारतीय सेना के कर्नल सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए ।
हाशमी ने मांग की कि भारत सरकार तुरंत अपने जवानों की शहादत का बदला ले हम भारत वासी भारत सरकार के साथ है। हाशमी ने भारत वासियों से अपील की कि चीन द्वारा निर्मित वस्तुओं का सभी लोग पूर्ण रूप से बहिष्कार करें और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं यह चीन को करारा जवाब होगी और अपने शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस मौके मौजूद पदाधिकारियों ने समाजिक दूरी का पालन किया राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी, जावेद मोहम्मद खान, धनिराम बौद्ध, विरेन्द्र कुमार, मोहम्मद ईशान, आदिल कुरैशी, जमीर खान, मो अली, सलमान वारसी, शहनावाज अन्सारी, युसुफ मन्सूरी, जौहर अली, मोहम्मद आकिब, हाजी सलाउद्दीन अन्सारी, मोहम्मद फैसल आदि थे ।
परिवार से लेकर समाज तक चुनौतियों भरा जीवन – विद्या राजपूत
आज वाङ्गमय पत्रिका एवं विकास प्रकाशन कानपुर के तत्त्वावधान में विगत एक माह से चल रहे ऑनलाइन ट्रांसजेंडर व्याख्यानमाला के चौथे चरण की शुरुआत हुई। चौथे चरण के कार्यक्रम “मेरी कहानी मेरी जबानी” के अंतर्गत ‘ट्रांसजेंडर: जीवन और चुनौतियां’ विषय पर विद्या राजपूत ने अपने जीवन अनुभवों को साझा किया। विद्या राजपूत छत्तीसगढ़ सरकार ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य के साथ-साथ एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। आज छत्तीसगढ़ राज्य में विद्या की मितवा समिति ट्रांसजेंडर से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सक्रिय है। आज पूरे भारतवर्ष में छत्तीसगढ़ राज्य ही एक मात्र ऐसा राज्य है जो ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए सबसे पीसफुल एवम उनसे जुड़े मसलों के लिए सबसे अधिक सचेत नजर आता है। ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड का गठन करने वाला सबसे पहला राज्य छत्तीसगढ़ था,अपने स्कूली एवं ट्रेनिंग पाठ्यक्रम में थर्डजेंडर से सम्बंधित अध्याय जोड़ने वाला पहला राज्य छत्तीसगढ़ है,चिकित्सा के क्षेत्र में खासकर लिंग बदलाव ऑपरेशन की व्यवस्था करने वाला सबसे पहला राज्य छत्तीसगढ़ है, राज्य सरकार की तमाम योजनाओं में थर्डजेंडर को स्थान देने वाला राज्य छत्तीसगढ़ ही है। यह सब यदि छत्तीसगढ़ में सम्भव हुआ है तो उसके पीछे विद्या राजपूत जैसे बहुत से कर्मठ ट्रांसजेंडर सामाजिक कार्यकर्ताओं के चलते ही हुआ है ।
विद्या राजपूत ने वाङ्गमय पत्रिका के वर्चुअल मंच पर अपने जीवन अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि मेरा बचपन बहुत कठिन रहा। शुरू में मुझे लोग लड़की कहकर चिढ़ाते तो मैं उनसे कहती कि मैं लड़की नहीं लड़का हूँ। मैं लड़कियों के साथ लड़कियों वाले खेल खेलती, लड़कियों को ही दोस्त बनाती। मुझे उस उम्र में कुछ समझ नहीं आता था। कक्षा चार-पांच तक तो फिर भी ठीक था, पर जैसे ही मैं कक्षा छह-सात में पहुंची लोगों की जुबान और भी बदल गई। किसी ने कहा हिजड़ा हूँ, किसी ने कहा छक्का हूँ, किसी ने कहा मामू हूँ, मैं लोगों के तानों से डरने लगी। रोज-रोज स्कूल न जाने के बहाने बनाने लग गई। लेकिन स्कूल जाने के लिए मेरी माँ का दबाव मुझ पर बहुत रहता था। इसी वजह से मेरी शिक्षा जारी रह पाई। कभी-कभी मुझे घुटन महसूस होने लगती थी। मेरे मन मे सवाल उठने लगते थे कि मैं हूँ क्या? मेरा शरीर लड़कों का है और भावनाएं लड़कियों की ऐसा क्यों? वह बताती हैं कि मेरी मां और भाइयों को लगता था कि यदि मैं लड़कियों के साथ न रहूं, उनके साथ न खेलूं तो शायद सुधर जाऊं। मेरे भईया तो कई बार जब मुझे लड़कियों के साथ देख लेते थे तो मारते भी थे। मैं मन ही मन घुटते रहने को मजबूर थी। मैने अपने आपको स्वयं में समेट लिया था। मैं लोगों से कटने लगी थी। वह कहती हैं कि उस दौरान मेरा आत्मविश्वास टूट सा गया था।
ट्रांसजेंडर समुदाय की सबसे बड़ी त्रासदी यही है कि इस समुदाय का अस्तित्व भावनाओं पर टिका है और हम आजतक इनकी भावनाओं को समझ नहीं पाए हैं। हमारी न समझी के चलते इस समुदाय से आने वाले न जाने कितने बच्चे स्वयं को समाप्त कर लेते हैं या फिर डेरों की घुटन भरी स्याह ज़िन्दगी का हिस्सा बन नाच-गा, भीख मांगकर जीवन जीने को मजबूर होते हैं या फिर देह को जीविका का साधन बनाने को मज़बूर होना पड़ता है। 7 से 22 वर्ष तक कि उम्र का जो समय है वह किसी भी ट्रान्स बच्चे के लिए सबसे अहम समय होता है। बढ़ती उम्र के साथ जो स्वयं में आ रहे परिवर्तन, महसूस हो रही भावनाओं, बढ़ रहे शोषण और पहचान के संकट से जो उबर गया वह स्वयं को स्थापित कर लेता है ।
विद्या को भी इस दौर से गुजरना पड़ा जो कि आसान नहीं था। विद्या के अनुसार उन्होंने दो बार आत्महत्या करने का प्रयास किया लेकिन वह बच गईं। वह बताती हैं कि मैं पूरी तरह से टूट चुकी थी किन्तु अपनी माँ के लिए कुछ करना चाहती थी। विद्या की इसी चाहत ने उन्हें बस्तर के अपने गांव से रायपुर पहुंचा दिया। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी भावनाओं को बल देना शुरू किया और समुदाय के अन्य लोगों के साथ जुड़ समुदाय के लिए काम करना शुरू किया।
विद्या बताती हैं कि इससे पहले मैं स्वयं भ्रम में थी कि कहीं मैं ही तो गलत नहीं हूं किन्तु अब ऐसा नहीं था। अब मैं जो थी उसी प्रवाह में बहना चाहती थी। विद्या उस दौरान दो बार रिलेशनशिप में भी आई पर वहां भी उन्हें धोखा ही मिला।
वह कहती हैं कि मैने देखा कि हमारी सामाजिक स्वीकार्यता नहीं है,पारिवारिक स्वीकार्यता नहीं है,ज़िंदगी जीने की आजादी नहीं है, यहां तक कि लोग हमारी पर्सनाल्टी को लेकर हमें इंसान तक नहीं समझ रहे। तब मुझे लगा कि नहीं अब मुझे खुलकर बोलना चाहिए।मैं शुरू से डरती आई थी कि यदि मैं खुलकर आई तो मेरे परिवार वालों को समाज को जवाब देना पड़ेगा। मैंने लड़के का रोल करते-करते जीवन के 30 वर्ष बिता दिए थे। लेकिन अब मुझे ऐसे नहीं जीना और इस तरह से मैं धीरे-धीरे खुलती गई। मैंने स्वयं के शरीर को सर्जरी के माध्यम से बदला तब पहली बार मुझे एहसास हुआ कि अब मेरा शरीर और भावना एक है। इस ऑपरेशन के बाद मैं और भी खुश रहने लगी और अधिक आत्मविश्वास के साथ समुदाय के लिए काम करने लगी ।
विद्या ने पूरे वक्तव्य के दौरान श्रोताओं बांधकर रखा और अच्छी संख्या में विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थी,प्रोफेसर, लेखक आदि बुद्धिजीवी कार्यक्रम से जुड़े रहे । आज के कार्यक्रम में उषा राजे सक्सेना, प्रो. विशाला शर्मा,डॉ. शगुफ्ता,प्रो. बलराज पांडेय,डॉ. हरेराम,डॉ. जुनैद, डॉ. लता, डॉ. विमलेश, डॉ. कामिल, डॉ. आज़र ख़ान,डॉ. विजेंद्र,डॉ. लवलेश दत्त,डॉ. शमीम, डॉ.आसिफ, अकरम हुसैन, मनीष गुप्ता,रिंकी,सफिया सिद्दीकी,भानु प्रताप,सोनी पांडेय,डिसेंट शाहू,छाया अग्रवाल,अनवर,दीपिका,अनमोल, उर्मिला शर्मा,अभिषेक,डॉ. डालेश,रोशनी,डॉ. शमा,के. मोहन,मिलन,दीप मलिक,प्रदीप कुमार,राशिद,इमरान,सदफ इश्तियाक,कुसुम सलबनियाँ आदि ने लाइव प्रोग्राम में भाग लिया ।
चीन ने हमेशा पीठ पर खंज़र भोंका : मोहम्मदी यूथ ग्रुप
कानपुर 16 जून मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड की अध्यक्षता में एक बैठक कर्नलगंज में हुई जिसमें भारत और चीन सीमा पर गलवन घाटी में सेना के पीछे हटने की प्रक्रिया के दौरान भारतीय व चीनी सेना के सैनिकों के हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक अफसर व दो जवान शहीद हो गये उनकी शहादत पर दो मिनट का मौन रखकर उनकों भावभीनी श्रंद्धाजलि देकर उनकी शहादत को सलाम किया, शहीदों के परिवार को सब्र देने की अल्लाह से दुआ की व भारत सरकार से चीन को मुँहतोड़ जवाब देने की मांग की ।
इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि चीन ने हमेशा पीठ पर खंज़र भोंका है वह भारत की शांति बहाली की पहल को भारत की कमज़ोरी समझ रहा है युद्ध किसी भी मसले का हल नही होता लेकिन चीन बार-बार भारतीय सेना को भड़काने उकसाने की रणनीति में लगा रहता है 1975 के बाद पहली बार ऐसा हुआ की झड़प में सेना के अफसर, जवान शहीद व हताहत हुए है अब उससे बातचीत बंद कर मुँहतोड़ जवाब देने का वक्त है। भारतीय सेना के साथ देश की आवाम पूरी तरह साथ है उसके हौसले को सलाम कर रही है। वक्ताओं में चीन के इस कायराना हरकत पर बहुत गुस्सा था उन्होने कहा भारत का 30 करोड़ मुसलमान सर पर कफन बांधकर कर चीन के खिलाफ भारतीय सेना के साथ खड़ा है ।
बैठक व श्रंद्धाजलि में इखलाक अहमद डेविड, हाजी मोहम्मद शाबान,नूर आलम,शफाअत हुसैन,मोहम्मद जावेद,अफज़ाल अहमद,मोहम्मद शारिफ खान,मोहम्मद राजू,मोहम्मद हफीज़ आदि लोग मौजूद थे ।
सपा लोहिया वाहिनी ने 2022 चुनाव का फूंका बिगुल
कानपुर । समाजवादी लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष राम करन निर्मल ने पूरे प्रदेश के लोहिया वाहिनी के महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी साथियों से बात कर उनका मनोबल बढ़ाया इसी कड़ी में कानपुर ग्रामीण के ज़िलाध्यक्ष विजय सिंह से कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते विडीओ कॉल कर मौजूदा समस्याओं और आगामी 2022 विधानसभा चुनाव को लेके विशेष चर्चा करी एवं दिशा निर्देश दिए ।
लोहिया वाहिनी प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतापगढ़,संभल,जौनपुर, कौशांबी,इलाहाबाद,लखनऊ व प्रदेश में तमाम जगहों पर हो रहे अत्याचार पर चिंता व्यक्त करते हुए मोदी,योगी सरकार का घेराव करते हुए विरोध जताया और मोदी, अमित शाह को पीएम केयर्स फंड का कोई हिसाब नहीं देने पर घेरते हुए कहा की ये चुनावों में मस्त है इन्हें देश की गरीब जनता, किसानो,मज़दूरों के दुःख दर्द की कोई परवाह नही है । उन्होंने गांव गांव जाकर बूथ मजबूत करने के कार्य करने को लेके ज़ोर दिया ।
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